स्टैंड-अप इंडिया योजना : स्टैंड-अप इंडिया योजना भारत सरकार द्वारा अप्रैल 2016 में शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), और महिलाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह योजना विशेष रूप से उन व्यक्तियों को समर्थन देने के लिए तैयार की गई है जो अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। ग्रीनफील्ड उपक्रम स्थापित करने के लिए प्रति बैंक शाखा से न्यूनतम एक अनुसूचित जाति (एस.सी.) या अनुसूचित जनजाति (एस.टी.) ऋणकर्ता और न्यूनतम एक महिला ऋणकर्ता को 10 लाख रूपये से 1 करोड़ रूपये तक के बैंक ऋण प्रदान करने में सुगमता इस योजना का उद्देश्य है।
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- पहचान प्रमाणपत्र : मतदाता पहचान पत्र / पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस / पैन कार्ड / मालिक के वर्तमान बैंकरों, निदेशक के भागीदार (यदि कोई कंपनी है) से हस्ताक्षर की पहचान)
- निवास का प्रमाण:- हाल के समय का टेलीफोन बिल, बिजली बिल, प्रोपराइटर , निदेशक का भागीदार (यदि कोई कंपनी है) का संपत्ति कर की रसीद / पासपोर्ट / मतदाता पहचान पत्र।
- व्यापार पते का प्रमाण।
- प्रमाण जो बताता है कि आवेदक किसी बैंक/वित्तीय संस्थान में डिफाल्टर नहीं है।
- कंपनी के ज्ञापन और संस्था के अंतर्नियम/भागीदारों का भागीदारी विलेख आदि।
- नवीनतम आयकर विवरणी के साथ प्रमोटरों और गारंटरों की परिसंपत्ति और देयताओं का विवरण।
- मकान किराया अनुबंध (रेंट एग्रीमेंट) (यदि व्यावसायिक परिसर किराए पर है) और यदि लागू हो तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मंजूरी।
- एसएसआई / एमएसएमई पंजीकरण (यदि लागू हो)।
- कार्यशील पूंजी सीमा के मामले में अगले दो वर्षों के लिए और सावधि ऋण के मामले में ऋण की अवधि के लिए अनुमानित तुलन-पत्र।
- प्राथमिक और संपार्श्विक प्रतिभूतियों के रूप में दी जा रही सभी परिपत्तियों के पट्टा विलेख /हकदारी विलेख की छायाप्रति।
- वे दस्तावेज जिससे यह साबित हो कि आवेदक अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित है, जहां कहीं लागू हो।
- आरओसी से निगमन का प्रमाण पत्र साबित हो सके कि कंपनी में बहुमत हिस्सेदारी एससी / एसटी / महिला वर्ग से संबंधित व्यक्ति के हाथ में है या नहीं।
- 25 लाख रू. से अधिक ऋण जोखिम वाले मामलों के लिए:-
- यूनिट का प्रोफाइल (कंपनी में प्रवर्तकों, अन्य निदेशकों के नाम, की जा रही गतिविधियाँ, सभी कार्यालयों और संयंत्रों के पते , शेयरधारिता पैटर्न आदि सहित)।
- सहयोगी/समूह कंपनियों (यदि कोई हो) की पिछले तीन वर्षों का तुलन-पत्र।
- परियोजना रिपोर्ट में प्राप्त की जाने वाली मशीनरी का विवरण, जिससे प्राप्त किया जाना है, आपूर्तिकर्ताओं के नाम, मशीनों की क्षमता जैसे वित्तीय विवरण, स्वीकृत उपयोग की क्षमता, उत्पादन, बिक्री, अनुमानित लाभ और हानि और ऋण की अवधि के लिए तुलन-पत्र, श्रम का विवरण, काम पर रखे जाने वाले कर्मचारी, ऐसे वित्तीय विवरणों की धारणा के आधार आदि।
- विनिर्माण प्रक्रिया, यदि लागू हो, कंपनी में अधिकारियों की प्रमुख प्रोफ़ाइल, कोई टाई-अप, उपयोग किए गए कच्चे माल और उनके आपूर्तिकर्ताओं के बारे में विवरण, खरीदारों के बारे में विवरण, प्रमुख-प्रतिस्पर्धियों के बारे में विवरण और उनके प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कंपनी की मजबूती और कमजोरियों के बारे में आदि।
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- 10 लाख रूपये से लेकर 1 करोड़ रूपये तक के कम्पोजिट ऋण (सावधि ऋण एवं कार्यशील पूंजी सहित) के लिए सुगमता। ऋणकर्ता की सुविधा के लिए रुपे डेबिट कार्ड जारी किया जाएगा।
- प्रशिक्षण, कौशल विकास, परामर्श, परियोजना रिपोर्ट तैयार करने, आवेदन भरने, वर्क शेड/उपयोगिता सहायता सेवाओं, सब्सिडी योजनाओं आदि में संलग्न एजेंसियों के नेटवर्क के माध्यम से सिडबी का वेब पोर्टल सहायता प्रदान करता है।
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